- सुप्रीम कोर्ट के मध्यस्थ एडवोकेट संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन मंच पर पहुंचे।
- दोनों वार्ताकारों ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश पढ़कर सुनाया।
- एडवोकेट साधना रामचंद्रन ने लोगों को संबोधित किया।
- प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए मीडिया से बाहर जाने को कहा गया।
सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग में रास्ता खोलने के लिए दायर याचिकाओं की सुनवाई के दौरान धरना देने को लोगों का अधिकार करार दिया था। अदालत ने किसी ऐसी जगह प्रदर्शन जारी रखने की सलाह दी थी, जहां यातायात बाधित न हो। कोर्ट ने मध्यस्थों को प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर रास्ता निकालने को कहा था।
सड़क के एक तरफ का रास्ता खोलने पर बन सकती है दोनों पक्षों के बीच सहमति
प्रदर्शनकारी सुप्रीम कोर्ट की अवहेलना करते हुए भी नहीं दिखना चाहते हैं। यही कारण है कि वे बीच का एक ऐसा रास्ता निकालने की कोशिश कर सकते हैं, जिसमें लोगों को आवागमन के लिए रास्ता भी मिल जाए और उनका दो महीने से ज्यादा समय से जारी विरोध प्रदर्शन भी जारी रहे। इसके लिए सड़क के एक तरफ का रास्ता खोला जा सकता है। प्रदर्शन शुरू हुए दो महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है। कालिंदी कुंज सड़क दोनों ओर से बंद है जिसके चलते नोएडा से सरिता विहार आने जाने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।